“त्रिवेणी संग्रहालय में विभिन्न ऐतिहासिक छायाचित्रों को देखना अदभुत अनुभव”-संभागायुक्त

उज्जैन। संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने सोमवार को त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ स्वराज संस्थान संचालनालय, संस्कृति विभाग और अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर के संयुक्त तत्वावधान में सम्राट विक्रमादित्य कालीन पुरावशेषों के छायाचित्रों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। संग्रहालय की विजिटर्स बुक में अपने विचार प्रकट करते हुए संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने लिखा कि “इस संग्रहालय में विभिन्न ऐतिहासिक कलाकृतियों और विक्रमादित्य कालीन पुरावशेषों के छायाचित्रों को देखना वास्तव में एक अदभुत अनुभव था। यह प्रदर्शनी भारतीय ऐतिहासिक संस्कृति में एक गहरी अन्तर्दृष्टि प्रदान करती है। मेरी ओर से संग्रहालय के समस्त अधिकारियों और स्टाफ को शुभकामनाएं।”


उद्घाटन के पश्चात संभागायुक्त श्री अजीत कुमार ने संग्रहालय के विभिन्न सेक्शन में जाकर कलाकृतियों और प्राचीन सिक्कों तथा मूर्तियों का अवलोकन किया। संभागायुक्त ने संग्रहालय के स्टाफ से यहां प्रतिदिन आने वाले पर्यटकों की जानकारी ली तथा आगन्तुकों का रिकार्ड संधारित करने के लिये कहा। अश्विनी शोध संस्थान के निदेशक श्री प्रकाश चन्द्र ठाकुर ने सम्राट विक्रमादित्य के समय के नौ रत्नों, सिक्कों और गहनों के बारे में विस्तार से संभागायुक्त को बताया। संभागायुक्त ने उनसे पूछा कि विक्रमादित्य के नौ रत्नों में सबसे बड़े रत्न कौन थे। इस पर श्री ठाकुर ने बताया कि सबसे बड़े रत्न महाकवि कालिदास थे।
संभागायुक्त ने इसके अलावा सम्राट विक्रमादित्य के समय और उनके शासन से सम्बन्धित कई प्रश्न जिज्ञासावश किये, जिनके बारे में श्री ठाकुर और महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक डॉ.प्रकाशेन्द्र माथुर के द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। संग्रहालय में चौरासी महादेव के छायाचित्रों के अवलोकन के दौरान संभागायुक्त ने कहा कि चौरासी महादेव पर आधारित साहित्य को अंग्रेजी में प्रकाशित करवाया जाये, ताकि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अधिक से अधिक पाठक उज्जैन के इतिहास से परिचित हो सकें।
इस दौरान डॉ.भगवतीलाल राजपुरोहित, डॉ.रमण सोलंकी, श्री रितेश वर्मा, श्री रामसिंह लोमारे, डॉ.जगन्नाथ दुबे, अन्य अधिकारीगण और संग्रहालय का स्टाफ मौजूद था। संभागायुक्त ने उज्जैन के इतिहास और सम्राट विक्रमादित्य पर अध्ययन कर रहे रिसर्च स्कॉलर्स से भी भेंट की।