अन्य विभागो के कोराना वारियर्स की तरह शिक्षक संवर्ग का बीमा घोषित करे मुख्यमंत्री चौहान
उज्जैन. लाॅकडाऊन समाप्त होते ही कोरोना वायरस ओपन हो जाएगा। सरकारी कार्यालयो को अपना कामकाज शुरू करना होगा। बाजार और उत्पादन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। लाख सावधानियो के बावजूद जनता से कर्मचारियो या कर्मचारियो से जनता का सीधा सम्पर्क शुरू हो जाएगा। मनुष्य का शत्रु कोरोना वायरस अदृश्य और घातक है। स्वाभाविक है कि कोरोना संक्रमितो की संख्या में लाॅकडाऊन के बाद भी कमी नही देखी गई तो बाद में कमी आयेगी इसकी संभावना कुछ समयावधि तक कम ही दिखती है। यदि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते समय कोई कर्मचारी संक्रमित हो जाए और दुर्भाग्य से उसकी मौत हो जाए तो किसी भी स्थिति में कर्मचारी के मौत की क्षतिपूर्ति हो ही नही सकती, लेकिन शासन को चाहिए की अपने कर्तव्य पर उपस्थित हर कर्मचारी के परिवार के लिए वह सुरक्षा कवच के रूप में "कोरोना वारियर्स" की तरह 50 लाख का बीमा कवर का लाभ दे ताकि कर्मचारी बेफिक्र होकर अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर सके। उक्त मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री से आजाद अध्यापक शिक्षक संघ उज्जैन के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र माहेश्वरी, महेश जाट, सुरेन्द्र पंवार, हरीश चौहान, संजय राठौर समस्त शिक्षक संवर्ग जो इस महामारी में सरकार के हर कार्य मे उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहा है वर्तमान में उज्जैन जिले में 500 शिक्षक तथा पुरे प्रदेश में हजारों की संख्या में संवेदनशील तथा सामान्य क्षेत्रों में घर घर जाकर डोर टू डोर कन्टेंन्टमेंट एरिया में सर्वे व चैक पोस्ट जैसे कार्य को कर रहे है जिससे उनके संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है भगवान ना करे ऐसा हो । शासन द्वारा अन्य विभाग के कर्मचारियों के लिए 50 लाख रुपये के बीमे की व्यवस्था की गई है किंतु हमारे विभाग के कर्मचारियों के लिए ऐसी कोई योजना नही है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंहजी चौहान से निवेदन है कि हमारे विभाग के कर्मचारियों के लिए भी बीमे की कार्यवाही शुरू की जावे कर्मवीरों को सौगात दी जावें ।
अन्य विभागो के कोराना वारियर्स की तरह शिक्षक संवर्ग का बीमा घोषित करे मुख्यमंत्री चौहान