एशिया में सर्वाधिक ध्यान- योग कराने वाला सहजयोग  सम्पूर्ण विश्व मे 150 से अधिक देशों में श्रीआदिशक्ति माताजी प.पू श्रीनिर्मलादेवीकृत 
 सहजयोग ध्यान लाखों साधको द्वारा नियमित किया जाता है ।सहजयोग अपनी स्वर्णजयंती मना रहा है । सहजयोग 5 मैं 1970 से शुरू हुआ है तब श्रीमाताजी ने पूरे विश्व का सहस्त्रार चक्र खोलकर परमपिता परमात्मा से एकाकारिता का एकमात्र आसान मार्ग कुण्डलिनी जागरण व आत्म-साक्षत्कार का माध्यम संसारियों को दिया है ।यह सारे संसार मे निःशुल्क सहजयोग केंद्रों व आश्रमो के द्वारा संचालित होता है ।आत्मसाक्षत्कार के बाद व्यक्ति को शीतल फुहार महसूस होने लगती है जो अत्यधिक हीलिंग पावर लिए होती है उससे हर प्रकार की असाध्य बीमारी,वायरस,मानसिक, भावनात्मक व आर्थिक आदि अन्य जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है ।उज्जैन में आर्य समाज रोड़ बहादुरगंज में हर शनिवार व बुधवार को शाम 6:30 बजे होता है । उज्जैन में  और भी कई केंद्र है । विगत कुछ दिनों से लॉक डाउन है इसलिए साधकों ने ऑनलाइन भी ध्यान किया जिनमे से ग्लोबल रिकॉर्ड की ओर से तीन श्रेणियों में सम्मानित किया है

1-ग्लोबल रिकॉर्ड सबसे बड़ा ऑनलाइन ध्यान

2- एशिया पैसिफिक में ऑनलाइन सबसे ज्यादा लोगो द्वारा किया जाने वाला ध्यान

3- राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रतिदिन किया जाने वाला ध्यान।

अतएव वर्तमान में जबकि जीवन के मनुष्य संघर्ष कर रहा है इसलिए सहजयोग ध्यान ही सहारा है । साधक निम्न लिंक पर भाग लेकर अपना व अपने परिवार का कल्याण कर सकता है तथा स्वस्थ, सुरक्षित रह सकता है । यह जानकारी केंद्र समन्वयक  श्री प्रेम चंद गुप्ता ने दी । नेशनल ट्रष्ट के उपाध्यक्ष श्री दिनेशजी राय,मध्य प्रदेश समन्वयक श्री महेन्द्र व्यास एवम महाराष्ट्र समन्वयक श्री स्वप्निल धायडे को शुभकामनाएं तथा सभी सहजयोगियों को बधाईयां ।