मजदूरों की घर वापसी कोरोना की महामारी के कारण है, उस पर विधायक और कांग्रेश नौटंकी कर रही है
मजदूरों की घर वापसी कोरोना की महामारी के कारण है, उस पर विधायक और कांग्रेश नौटंकी कर रही है

 

उज्जैन। कोरोना वायरस अंतरराष्ट्रीय महामारी है। इस महामारी ने लाखों लाख लोगों को लील लिया है। भारत के मजदूर गरीब तबका जो शहरों में रहकर अपना जीवन यापन करता हैं, फैक्ट्रियों में काम करके अपना जीवन यापन करता हैं और सड़क मार्ग, रेल मार्ग सहित अनेक निर्माण मैं उनकी भूमिका है, समय रहते भारत सरकार और भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने तत्काल कदम उठाकर पहले कोरोना को रोकने के प्रयास किए और भारत के प्रत्येक नागरिक के प्रति संवेदना के साथ काम शुरू किया। इतनी बड़ी विपदा देश पर पड़ी है। देश के प्रत्येक नागरिक को बचाना भारत सरकार ने अपनी जिम्मेदारी समझा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी मजदूरों को सहूलियत देने की बजाय सिर्फ विरोधाभासी राजनीति कर रही है। आज यहां जारी बयान में भाजपा नेता सुरेंद्र सांखला ने कहा कि रेल भाड़ा देने की कांग्रेस की घोषणा सिर्फ नौटंकी साबित हुई है।महीना भर बीत जाने के बाद कांग्रेस सिर्फ विरोध की राजनीति करके अपने आप को जिंदा रखना चाहती है।मजदूरों की हित चिंतक बनने के ढोंग रचे जा रहे हैं। 10 वर्ष की मनमोहन सिंह सरकार में खेतिहर मजदूरों, आदिवासियों, ग्राम वासियों के पलायन पर सरकार ने कभी आंसू नहीं बहाये। यही कारण है कि 30 करोड़ से अधिक पलायन कर शहरों में मजदूरी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई बढ़ गई है। सरकार इसके प्रति सुरक्षा की दृष्टि से और सहूलियत देने की तमाम केंद्रीय मंत्रालयों से सुविधा देने का काम कर रही है। राज्य सरकारों को भी इसके लिए तत्काल प्रावधान के निर्देश दिए हैं। खाद्यान्न सामग्री बैंकों की रिकवर के साथ अनेक सुविधाएं मुहैया करवाई है। लेकिन कांग्रेस सिर्फ नौटंकी पर ही जिंदा है। कांग्रेस अगर इतनी मजदूरों की हित चिंतक होती तो देश के प्रत्येक गांव कस्बों और शहरों में कांग्रेस सेवा दल के कैंप लगाकर सेवा कार्य करती। सरकार के ऊपर दोषारोपण की बजाए स्वयंसेवी बनती और सरकार मदद नहीं करती, तब नौटंकी करने का पूर्ण अधिकार कांग्रेस को प्राप्त होता। सुरेन्द्र सांखला ने कहा कि उज्जैन के कांग्रेसी विधायक मित्र यह नहीं जानते कि यह शहर सद्भावना का शहर है। ऐतिहासिक धार्मिक शहर है, इसके विकास में कांग्रेस ने चार दशक से अधिक समय पर राज करने के बाद भी पिछले चार दशक थे कोई उपलब्धि भी हो तो बताएं। अब छपास की राजनीति थोथी पब्लिसिटी को संघर्ष बताकर लोगों को मूर्ख बनाने का धंधा कर रहे हैं यह लोग। सुरेन्द्र सांखला ने कहा कि कांग्रेस के विधायक पहले अपने विधानसभा क्षेत्र को संभाले और महाकाल के रास्ते बंद करने वालों को समर्थन करने वाले किसानों को धोखा देकर सत्ता से हाथ धोने वाले अभी वक्त है सेवा का नौटंकी का नहीं।