मोक्षबोध परिवार और उज्जैन सहजयोग परिवार ने दी सहस्रार दिवस - स्वर्ण जयंती की बधाई

उज्जैन। विश्व के लाखों सहजयोगियों ने मंगलवार को सहस्रार दिवस की स्वर्ण जयंती मनाई। सहस्रारधाम में सुवर्ण जयंती सहस्रार पूजा का प्रसारण 5 मई को सुबह  9  बजे  से सहस्रार पूजा SAHSTRARA DHAM NRGOL YOUTUBE CHANNEL से हुआ।
5 मई 1970 के इस पवित्र दिन जिस प्रकार से विपरीत परिस्थितियों मे महावतरण महायोगी प.पू, श्री आदिशक्ति माताजी श्री निर्मलादेवी जी  ने इस विश्व का सहस्रार खोला और सहज योग का सूत्रपात किया। इसके पहले भी अलग-अलग युगों एवं काल खंडों में उन्होंने अवतार लिया और दुष्टों और दानवों का मर्दन किया। आज कोरोना विषाणु संक्रमण से जूझ रही मानवता की श्री माताजी निर्मला देवी जी से यही करबद्ध प्रार्थना है कि माँ कृपा करके इस पाप से धरती को मुक्त कराइए।
लॉक डाउन के कारण सहस्रार दिवस पर सुबह 9 बजे नारगोल में व शाम 5 बजे श्रीमाताजी के पुणे स्थित निवास प्रतिष्ठान पर ऑनलाइन पूजा लाखों सहजयोगियों ने सपरिवार की ।
उज्जैन के सहजयोगी प्रेमचंद गुप्ता ने मोक्षबोध परिवार व उज्जैन सहजयोग परिवार की ओर से विश्व सहस्रार दिवस की सभी सहजी भाइयों, भगिनियों, योगी-योगिनियों को आत्मीय बधाईयां दी।
हजारों सहजयोगियों की पसन्द विगत लगभग 20 वर्षों से मोक्ष व मोक्षबोध पत्रिका का जिस प्रकार अनवरत प्रकाशन एवं संपादन करवाया जा रहा है तथा जिस प्रकार से सहजयोगियों की शुद्ध इच्छाएं पूरी की और  उन्हें आत्म-साक्षात्कार देने योग्य बनाया व सम्पूर्ण विश्व का कल्याण किया है उसके लिए श्रीमाताजी का आभार व्यक्त किया । आगे भी श्रीमाताजी ऐसी ही कृपा बनायें रखें जिससे श्रीमाताजी के सँसार के बचे अधूरे काम भी सहजयोगी पूरे करें।