गलती एमपीईबी की दंड जनता क्यों भुगते



उज्जैन. एमपीईबी द्वारा विगत मार्च-अप्रैल मई जून महीने में उपभोक्ताओं को बिल वितरण नहीं किया गया. यह विभाग की समस्या थी इसमें उपभोक्ताओं का कोई दोष नहीं था, लेकिन विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को तीन महीने का विलंब शुल्क सर चार्ज लगाकर भेज दिए जा रहे हैं जो पूरी तरह से अनुचित है. यह बात भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षद जगदीश पांचाल ने कही. श्री पांचाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री एवं उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ मोहन यादव, उज्जैन उत्तर विधायक पारस जी जैन को इस संबंध में जानकारी भेजी है. उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने से विद्युत विभाग द्वारा  उपभोक्ताओं को बिल नहीं भेजे गए. अब जुलाई माह में 3 माह के बिल के साथ प्रेषित किए गए हैं जिससे उपभोक्ता परेशान है. मध्य प्रदेश शासन के आदेशानुसार बिल के नए टैरिफ अनुसार प्रत्येक माह में किए गए यूनिट का  संयोजन किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. 3 महीने के सरचार्ज को बिलो में दर्ज किया गया जिसे समाप्त किया जाना चाहिए. पूर्व पार्षद पांचाल ने कैबिनेट मंत्री डॉ यादव  एवं पारस जी जैन से भी इस संबंध में व्यक्तिगत रूप से चर्चा की और उन्हें इस संबंध में अवगत कराया और मांग की कि शीघ्र ही सरचार्ज माफ किया जाना चाहिए.