कॉरिडोर उज्जैन से निकलेगा तो यहाँ का विकास बढ़ेगा प्रेस क्लब में डॉ. यादव के कैबिनेट मंत्री बनने पर किया सम्मान
कॉरिडोर उज्जैन से निकलेगा तो यहाँ का विकास बढ़ेगा

प्रेस क्लब में डॉ. यादव के कैबिनेट मंत्री बनने पर किया सम्मान

उज्जैन। हैदराबाद से शुरू होकर शिप्रा ब्रिज से होते हुए कॉरिडोर निकाला जाएगा। इससे इंदौर के दूसरे हिस्सों में इस रास्ते से सीधे पहुंचा जा सकेगा। उज्जैन के चारों ओर बायपास बनाया जाएगा। कॉरिडोर का उज्जैन से जुड़ा होने के कारण उज्जैन का चहूंओर विकास होगा।

यह बात प्रेस क्लब में विधायक से कैबिनेट मंत्री बने डॉ. मोहन यादव ने उनके सम्मान समारोह के अवसर पर कही। डॉ. मोहन यादव के कैबिनेट मंत्री बनने पर प्रेस क्लब में पत्रकारों द्वारा डॉ. मोहन यादव का सम्मान किया गया। सरस्वती पूजन कर सम्मान समारोह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के संस्थापक अध्यक्ष सुनील जैन, प्रेस क्लब अध्यक्ष विशालसिंह हाड़ा, अर्जुनसिंह चंदेल, राजेन्द्र पुरोहित, रामचन्द्र गिरि, विक्रमसिंह जाट, प्रदीप मालवीय आदि ने डॉ. यादव का सम्मान किया। इस अवसर पर डॉ. यादव जब प्रेस क्लब पहुंचे तो उन्होंने बताया कि आज पहली बार मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल की ऑनलाइन बैठक हुई। इस बैठक में वे उज्जैन में रहते हुए ही शामिल हुए। ऐसा पहली बार हुआ है। इतिहास के विषय पर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि १८१२ के पहले उज्जैन ही प्रदेश में विभिन्न गतिविधियों की राजधानी रही। १८१२ के बाद ग्वालियर के महाराजा दौलतराव प्रदेश की राजधानी ग्वालियर ले गए। उन्होंने कहा कि वे वर्ष १९८२ में पहली बार चुनाव लड़े थे। इस बात को ३८ वर्ष बीत चुके हैं। विश्वविद्यालयों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रदेश में १५ शासकीय विश्वविद्यालय हैं और ३२ प्रायवेट विश्वविद्यालय। प्रदेश में इंदौर के मुकाबले सभी शहर लगभग उन्नीसे ही हैं, पर उज्जैन बहुत जल्द ही बीसा हो जाएगा।

सम्मान समारोह में स्वागत उद्बोधन देते हुए प्रेस क्लब के संस्थापक अध्यक्ष सुनील जैन ने कहा कि डॉ. मोहन यादव मीडिया से भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने बहुत कम समय में ऊँचाईयों को छुआ है। श्री जैन ने कहा कि डॉ. यादव जहाँ भी रहे हैं, वहाँ अपनी अमिट छाप छोड़ी है। चाहें वह विकास प्राधिकरण हो, पर्यटन विकास निगम हो या विधायक पद पर रहे हो। हर क्षेत्र में अपने सीनियरों से आगे ही रहे हैं। सीमित संसाधनों में आगे बढ़े हैं। उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष पद पर रहते हुए महामृत्युंजय द्वार बनाया, डोंगला में तारा मंडल स्थापित किया, विक्रम महोत्सव की शुरुआत की। उज्जैन में व्यापक स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम डॉ. यादव की ही प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि उज्जैन में उच्च शिक्षा मंत्री पद अभी तक किसी को नहीं मिला है, डॉ. यादव को यह पद मिलना, उज्जैन के लिए भी गौरव का विषय है। उज्जैन के विकास और शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के संबंध में श्री जैन ने डॉ. यादव के समक्ष कई मांगें रखीं।

वरिष्ठ पत्रकार अर्जुनसिंह चंदेल ने कहा कि डॉ. यादव हमारे बीच से ही राजनीति में आए हैं। डॉ. यादव के पास विकास के कई आइडिये हैं। डॉ. यादव के पास आइडियों का समन्दर है। जिसकी कभी कल्पना नहीं की थी, वह काम भी डॉ. यादव ने किया।

इस अवसर पर उदयसिंह चंदेल, राजेन्द्र राठौर, पुष्करण दुबे, सतीश गौड़, भूपेन्द्र दलाल, शादाब अंसारी, भूपेन्द्र भूतड़ा, खलिक मंसूरी, राजेश रावत, संजय बमने, राजेश करे, विजय घाटे, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, सचिन सिन्हा, विश्वविनायक सिंह सेंगर, मनोज तिलक, सुमेरसिंह सोलंकी, पं. राजेश जोशी, सुदर्शन सोनी, महेश वशिष्ठ, अभय तिरवार, कैलाश सिसोदिया, मनीष पांडे, मुकेश पांचाल, सुखरामसिंह तोमर, गजानंद रामी, मनोज भटनागर, भारतसिंह चौधरी, इंदरसिंह चौधरी, हेमन्त भोपाळे आदि उपस्थित थे।