पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक जागरूकता अभियान।
उज्जैन! सामाजिक संस्थाओं को पौधे वितरण कर उनके किया जा रहा जन-जागरण। पर्यावरण शब्द परी+ आवरण के सहयोग से बना है ।परी का आशय चारों ओर तथा आवरण का आशय परिवेश है। दूसरे शब्दों में कहें तो पर्यावरण का अर्थ वनस्पतियों, प्राणियों और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहते हैं।
पर्यावरण संरक्षण का समस्त प्राणियों के जीवन तथा इस धरती के समस्त प्राकृतिक परिवेश से घनिष्ठ संबंध है, प्रदूषण के कारण सारी पृथ्वी दूषित हो रही है।पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक जागरूकता अभियान के तहत प्रतिदिन जन अभियान परिषद के मार्गदर्शक एवं पूर्व उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडये जी,संभाग समन्वयक शिवप्रसाद मालवीय,जिला समन्वयक सचिन शिंपी,ब्लॉक समन्वयक वीरेंद्र सिंह ठाकुर, अरुण व्यास द्वारा वितरित करके सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से शहर में जन जागरण किया जा रहा है ।जन जागरूकता अभियान में संस्थाओं के माध्यम से नगर के चयनित स्थानों पर पौधे रोपित भी किए जा रहे हैं। आज उसी क्रम में जनअभियान परिषद की परामर्शदाता सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल सोनी,हर्षवर्धन सोनी और जितेंद्र शर्मा को पौधे वितरित किये गए।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक जागरूकता अभियान।