21वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ 131 व्यंग्यकारों में उज्जैन के 4 व्यंग्यकार शामिल मध्यप्रदेश 36 व्यंग्यकारों के साथ पहले स्थान पर, मुंबई से होगा संकलन का प्रकाशन

21वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ 131 व्यंग्यकारों में उज्जैन के 4 व्यंग्यकार शामिल

मध्यप्रदेश 36 व्यंग्यकारों के साथ पहले स्थान पर, मुंबई से होगा संकलन का प्रकाशन

उज्जैन। प्रलेक प्रकाशन समूह, मुम्बई, महाराष्ट्र की '21वीं सदी के 131 श्रेष्ठ व्यंग्यकारÓ विषयक मेगा योजना में मध्यम प्रदेश के सर्वाधिक व्यंग्यकार शामिल किए गए हैं, जिनकी संख्या 36 है। मध्य प्रदेश व्यंग्य की दृष्टि से उर्वरा भूमि है। शरद जोशी और हरिशंकर परसाई इसी प्रदेश में जन्मे थे। इसलिए मध्यप्रदेश को व्यंग्य प्रदेश भी कहा जाता है। देश के अब तक के सबसे बड़े साझा व्यंग्य संकलन में शरद जोशी की विद्या स्थली उज्जैन से जिन चार व्यंग्य लेखकों को 21वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ व्यंग्यकारों में शामिल होने का गौरव हासिल हुआ है, वे डॉ. बी.एल. आछा, डॉ. पिलकेंद्र अरोरा, डॉ. हरीश कुमार सिंह और डॉ. देवेन्द्र जोशी। 131 श्रेष्ठ व्यंग्यकारों में देश के अलावा विदेशों के हिंदी व्यंग्यकार भी शामिल हैं। प्रलेक प्रकाशन समूह के निदेशक जितेंद्र पात्रो ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस योजना को साकार रूप देने में सर्वाधिक सक्रिय व चर्चित व्यंग्यकार डॉ. लालित्य ललित व वरिष्ठ व्यंग्यकार व व्यंग्य-समालोचक डॉ. राजेश कुमार ने दिन-रात एक करके भारतीय पाठकों व अंतरराष्ट्रीय पाठक जगत के लिए उम्दा, बेहतरीन व सार्थक व्यंग्य संचयन प्रस्तुत किया है।

इस मेगा प्रोजेक्ट में देश के साथ विदेशों के भी व्यंग्यकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा व न्यूजीलैंड के व्यंग्यकार भी शामिल है। भारत के प्रदेशों के चयनित व्यंग्यकारों का लेखा-जोखा बताते हुए जितेंद्र पात्रो ने बताया कि इस संचयन में मध्य प्रदेश से 36, उत्तर प्रदेश से 22, राजस्थान से 16, राजधानी दिल्ली से 12, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से 10-10, उत्तराखंड से 4, हिमाचल प्रदेश और बिहार से 3-3, पंजाब और झारखंड से 2-2 तथा पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, चंडीगढ़, जम्मू, तमिलनाडु और तेलंगाना से 1-1 व्यंग्यकार सम्मिलित किए गए हैं। इसके साथ ही कनाडा से 3 तथा ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड से 1-1 व्यंग्यकारों को संचयन में स्थान मिला है। संचयन की गुणवत्ता और सार्थकता को रेखांकित करते हुए श्री पात्रो ने बताया कि ऐतिहासिक महत्व का यह संचयन आगामी 2 अक्तूबर को गांधी जयंती के दिन राजधानी दिल्ली में लोकार्पित किया जाएगा।