लाक डाउन में शुरू की भोजन वितरण सेवा का समापन
एक लाख दस हजार भोजन पैकेट का निर्माण कर वितरण कर चुका है स्वर्णिम भारत मंच
केवल वृद्धजनो को ही मिलेगा भोजन
उज्जैन। सरकार द्वारा कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च से लॉकडाउन किया था तब से ही स्वर्णिम भारत मंच बेसहारा बेघर लोगों को निशुल्क भोजन पहुंचा रहा था अब तक एक लाख दस हजार भोजन पैकेट बनाकर वितरण किया जा चुका है।
आज से कोरोना संकट में परेशान लोगो को किये जा रहे भोजन पैकेट वितरण का समापन कर दिया गया है अब स्वर्णिम भारत मंच केवल ऐसे वृद्धजनो को निशुल्क भोजन घर पहुंचाया जाएगा जो निराश्रित है जिनकी देखभाल करने वाला कोई नही है।
यह सेवा मंच की ओर विगत 1 अक्टूबर 2019 से की जा रही है
स्वर्णिम भारत मंच के संयोजक दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना संकट में 22 मार्च से 31 जुलाई तक स्वर्णिम भारत मंच ने कुल एक लाख दस हजार भोजन पैकेट का निर्माण कर बेघर बेसहारा लोगो में वितरण किया है। जिसका आज से समापन कर दिया है। अब केवल ऐसे असहाय वृद्धजनों तक ही भोजन पहुँचाया जाएगा जिनकी साल संभाल करने वाला कोई नही है। यह सेवा स्वर्णिम भारत मंच की ओर से विगत 1 अकटुम्बर 2019 से ही जा रही है। इसके साथ ही कोरोना संकट के चलते मंच ने 131 दिनों तक बेसहारा लोगो को भोजन पहुंचाया है।
कोई भूखा न सोये स्वर्णिम भारत मंच की भोजनशाला से भोजन पाए
स्वर्णिम भारत मंच की निःशुल्क भोजन शाला से कोरोना संक्रमण संकट के अलावा भी कभी कोई भी ऐसा व्यक्ति भोजन ले सकता है जिसका परिवार या स्वयं भूखा सोने की कगार पर हो
साथ ही स्वर्णिम भारत मंच की भोजनशाला से शोकाकुल परिवार में प्रथम दिन का भोजन भी पहुंचाया जाता है यह सेवा वृषभर चलती रहेगी।
स्वर्णिम भारत मंच ने सभी सामाजिक सेवा कार्य करने वाले लोगो से आह्वान किया है कि जब भी भोजन की कह़ी जरूरत पड़ती हो तो स्वर्णिम भारत मंच की भोजनशाला से भोजन प्राप्त कर सकते है।