चतुर्दशी एवं सर्वपितृ अमावस्या पर घाटों पर तर्पण श्राद्ध पर प्रतिबंध रहेगा
बाकी दिनों में नियमों के साथ होगा तर्पण और पिंडदान
उज्जैन। उज्जैन जिलाधीश आशीष सिंह व प्रशासनिक अधिकारियों से श्री क्षेत्र पण्डा समिति के अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी की के अनुसार कोरोना संक्रमण को देखते हुए श्राद्ध पक्ष में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2 सितंबर से प्रारंभ महालय श्राद्ध पक्ष में सिद्धवट, रामघाट, गया कोटा पर पूजा विधान नित्य की भांति चालू रहेगा। हालांकि इस दौरान सभी पण्डितों को शासन के दिशा-निर्देर्शों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। इसी प्रकार चतुर्दशी एवं सर्वपितृ अमावस्या पर सभी घाटों पर पूजन बंद रहेगा। चर्चा में कलेक्टर ने कहा है कि सिद्धवट व गया कोटा, खाक चौक पर मंदिर पर दर्शन एवं दूध अर्पण पर सम्पूर्ण श्राद्ध पक्ष तक प्रतिबंध रहेगा।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का हमें पालन करना होगा कहीं भी भीड़ इक_ी न हो इसका ध्यान रखना होगा साथ ही गया कोठा पर एक समय में पूजा विधान के हाल में 50 से अधिक लोग नहीं होंगे। कृपया सभी से निवेदन है प्रशासन से हुई चर्चा के अनुसार तय की गई सुरक्षा की दृष्टि की व्यवस्था कर सभी तीर्थ पुरोहितगण पालन करें एवं पालन करवाने में सहभागी बने। विशेष सभी तीर्थ पुरोहितों से निवेदन है कि अपने यात्रियों को पूजा विधान हेतु सर्वपितृ अमावस्या या चतुर्दशी पर आने वालों को कल दिनांक 2 सितंबर पूर्णिमा प्रतिपदा से 15 सितंबर 2020 त्रयोदशी के मध्य अलग-अलग दिन तर्पण श्राद्ध हेतु एवं भगवान सिद्धवट जी को दुग्ध अर्पित करने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें।
बाकी दिनों में नियमों के साथ होगा तर्पण और पिंडदान
उज्जैन। उज्जैन जिलाधीश आशीष सिंह व प्रशासनिक अधिकारियों से श्री क्षेत्र पण्डा समिति के अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी की के अनुसार कोरोना संक्रमण को देखते हुए श्राद्ध पक्ष में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2 सितंबर से प्रारंभ महालय श्राद्ध पक्ष में सिद्धवट, रामघाट, गया कोटा पर पूजा विधान नित्य की भांति चालू रहेगा। हालांकि इस दौरान सभी पण्डितों को शासन के दिशा-निर्देर्शों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। इसी प्रकार चतुर्दशी एवं सर्वपितृ अमावस्या पर सभी घाटों पर पूजन बंद रहेगा। चर्चा में कलेक्टर ने कहा है कि सिद्धवट व गया कोटा, खाक चौक पर मंदिर पर दर्शन एवं दूध अर्पण पर सम्पूर्ण श्राद्ध पक्ष तक प्रतिबंध रहेगा।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का हमें पालन करना होगा कहीं भी भीड़ इक_ी न हो इसका ध्यान रखना होगा साथ ही गया कोठा पर एक समय में पूजा विधान के हाल में 50 से अधिक लोग नहीं होंगे। कृपया सभी से निवेदन है प्रशासन से हुई चर्चा के अनुसार तय की गई सुरक्षा की दृष्टि की व्यवस्था कर सभी तीर्थ पुरोहितगण पालन करें एवं पालन करवाने में सहभागी बने। विशेष सभी तीर्थ पुरोहितों से निवेदन है कि अपने यात्रियों को पूजा विधान हेतु सर्वपितृ अमावस्या या चतुर्दशी पर आने वालों को कल दिनांक 2 सितंबर पूर्णिमा प्रतिपदा से 15 सितंबर 2020 त्रयोदशी के मध्य अलग-अलग दिन तर्पण श्राद्ध हेतु एवं भगवान सिद्धवट जी को दुग्ध अर्पित करने हेतु निर्देशित करने का कष्ट करें।