कोविड-१९ के बढ़ते प्रभाव के मद्देऩजर मजार-ए-नजमी एवं हसनजी बादशाह की दरगाह ३० सितंबर तक बंद रहेंगे।
उज्जैन। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए मजार-ए-नजमी एवं हसनजी बादशाह की दरगाह जायरिन के लिए २३ सितंबर २०२० से ३० सितंबर २०२० तक के लिए बन्द की गई है। यह निर्णय मजार प्रबंधक की ओर से लिया गया है। मजारे बन्द करने का मुख्य उद्देश्य कोविड-१९ के प्रतिदिन संख्या बढ़ती जा रही है। शहर एवं मध्यप्रदेश के कई शहरों से प्रतिदिन जायरिन दर्शन के लिए आ रहे थे। जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। समाजजनों से अपील की गई है कि सभी शासन प्रशासन की गाईड लाईन का पालन करें। अपने घरों में सुरक्षित रहे। कोई जरूरी कार्य हो तो ही घर से बाहर निकले। खासकर बच्चे, बुजुर्ग विशेष रूप से नियम का पालन करें।
उज्जैन। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए मजार-ए-नजमी एवं हसनजी बादशाह की दरगाह जायरिन के लिए २३ सितंबर २०२० से ३० सितंबर २०२० तक के लिए बन्द की गई है। यह निर्णय मजार प्रबंधक की ओर से लिया गया है। मजारे बन्द करने का मुख्य उद्देश्य कोविड-१९ के प्रतिदिन संख्या बढ़ती जा रही है। शहर एवं मध्यप्रदेश के कई शहरों से प्रतिदिन जायरिन दर्शन के लिए आ रहे थे। जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। समाजजनों से अपील की गई है कि सभी शासन प्रशासन की गाईड लाईन का पालन करें। अपने घरों में सुरक्षित रहे। कोई जरूरी कार्य हो तो ही घर से बाहर निकले। खासकर बच्चे, बुजुर्ग विशेष रूप से नियम का पालन करें।