शरद रात में हुई कविता....कविसम्मेलन में बरसा काव्य अमृत

शरद रात में हुई कविता....
कविसम्मेलन में बरसा काव्य अमृत
उज्जैन। कुमारसंभव भाई के संयोजन में कविसम्मेलन
महालक्ष्मी विहार में नारायण मंदिर प्रांगण में कुमारसम्भव जी के संयोजन में शरद पूर्णिमा की रात काव्य अमृत बरसा।
स्थानीय नवरात्रि समिति ने शरद पूर्णिमा पर कविसम्मेलन तथा खीर वितरण का आयोजन किया। रात 9 बजे शरू हुआ कविसम्मेलन देर तक चला। संचालन श्री नरसिंह ईनाणी ने किया। श्री नायक "दुबले" ने कवि सम्मेलन की ओपनिंग की तथा हास्य व्यंग्य की फुलझड़ियों से श्रोताओं को गुदगुदाया। डॉ मोहन बैरागी ने मीठे गीतों से रस घोल दिया तो वही कवि विजय शर्मा गोपी ने उपस्थित श्रोताओं को खूब हंसाया,इसके बाद कुमार संभव के भगवान कृष्ण पर मुक्तक और गीत को सुना।बड़े कवि सुरेंद्र सर्किट ने चाँदनी रात में कविसम्मेलन को ऊँचाई दी फिर नरसिंह ईनाणी ने कृष्ण पर गीत पढ़ श्रोताओं से खूब तालियां बजवाई।